झाबुआ।संजय जैन-ब्यूरो। जैनाचार्य जिन शासन गौरव पूज्य श्री उमेशमुनिजी "अणु" के सुशिष्य व बुद्धपुत्र प्रवर्तक देव पूज्य श्री जिनेन्द्रमुनिजी म.सा. के आज्ञानुवर्ती गुरूभाई गुजरात गौरव, महान तपस्वी पूज्य श्री दिलीपमुनिजी म.सा. का कल प्रातः विहार करते हुए आकस्मिक देवलोकगमन हो गया। उक्त दुःखद समाचार की जानकारी देते हुए अ.भा. धर्मदास युवा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग नाहर लिमखेड़ा ने बताया कि मुनि मंडल का एक कल्प काल तक लिमखेड़ा में सुख पूर्वक विराजमान रहने के बाद कल  प्रातः ही अपने चातुर्मास स्थल गोधरा की ओर विहार हुआ था कि पिपलोद पहुँचने से पूर्व ही विहाररत अवस्था में ही उनका देवलोकगमन हो गया। तपस्वी की पार्थिव देह लिमखेड़ा लायी गयी  व लिमखेड़ा में ही कल शाम साढ़े चार बजे  अंत्येष्टि करी गयी। उनके गुरु भ्राता संत वृन्द पूज्य श्री अभयमुनिजी व पूज्य श्री चंद्रेशमुनिजी भी लिमखेड़ा लौट आए थे।          

प्रवर्तिनी विदुषी महासती पूज्या श्री आदर्शज्योतिजी म.सा.का हुआ देवलोक गमन                    

 वही दूसरी ओर इंदौर भंडारी पौषध शाला राजमोहल्ला में शासन प्रभावक पूज्य प्रकाशमुनिजी म. सा. की आज्ञानुवर्तिनी उप प्रवर्तिनी विदुषी महासती पूज्या श्री आदर्शज्योतिजी म.सा. का अल्प बीमारी के बाद देवलोक गमन हो गया है।                      

 4 -4 लोगस्स के मंगल जाप करने का निवेदन किया गया

उक्त संघ के प्रथम दो तीर्थ पर प्रतिष्ठत संत-सती के देवलोक गमन के समाचार सुनते ही पूज्य श्री धर्मदास गण परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष भरत भंसाली, महामंत्री शैलेष पीपाड़ा, मीडिया प्रभारी पवन नाहर सहित अन्य पदाधिकारियों ने संघ की इस अपूरणीय क्षति पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उनके अंतिम लक्ष्य मोक्ष मिलने तक उन्हें जिन शासन मिलता रहे।इस हेतु संघ के सभी सदस्यों से 4-4 लोगस्स के मंगल जाप करने का निवेदन किया है।।