भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बने हेमंत खंडेलवाल. - दिल के अरमान आशुओ में बह गए भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष पर अभी भी है सस्पेंस बरकरार.
झाबुआ/इंदौर। संजय जैन-सह संपादक। मध्यप्रदेश की राजनीति में कल एक नया और महत्वपूर्ण मोड़ देखने को मिला है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष पद पर मुख्यमंत्री के चहते हेमंत खंडेलवाल काबिज हो गये। इस तरह से कल तक जो चर्चाएं चल रही थी उस पर अब विराम लग गया है।
दिल के अरमान आशुओ में बह गए
आपको बता दे कि 30 जून को प्रदेश अध्यक्ष हेतु भाजपा ने अधि सूचना जारी कर दी थी। चुनाव न होने की स्थिति में निर्विरोध कल हेमंत खण्डेलवाल के नाम की प्रदेशाध्यक्ष हेतु घोषणा कर दी गयी। घोषणा के बाद इनके दिल के अरमान आशुओ में बह गए यह कह भी सकते हैं। जिनमे मुखयतः शुभंकर माने जाने वाले वीडी शर्मा और नरोत्तम मिश्रा शामिल है। आपको बता दे की मिश्रा ने भोपाल से दिल्ली तक काफी दिनों से अपनी बिछात बिछा रखी थी।आखिरकार बैतूल विधानसभा सीट के विधायक हेमंत खंडेलवाल के नाम की कल घोषणा हो गयी।
यह भी देखते रह गए ?
यह भी देखते रह गए जिनमे अनुसूचित जाति के लाल सिंह आर्य, अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते के साथ ही हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा,देवास सांसद महेन्द्र सोलंकी,पूर्व विधायक अरविंद भदौरिया के नाम शामिल है । महिला में सागर की सांसद लता वानखेड़े, बुरहानपुर की विधायक अर्चना चिटनीस और सीधी की विधायक रीति पाठक के नामों की भी शामिल है।
अब भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस होगी प्रारंभ
भारतीय जनता पार्टी-भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष,इस सवाल पर अभी भी सस्पेंस बरकरार है,लेकिन कल मप्र अध्य्क्ष की घोषणा के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ प्रारंभ हो गयी है । इसमे कई नामों की चर्चा हो रही है। हालांकि अभी तक आधिकारिक तौर पर संगठन चुनाव को लेकर पार्टी की तरफ से कुछ भी नई जानकारी नहीं दी गई है। बीजेपी के संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए आधे से अधिक राज्यों में संगठन चुनाव की प्रक्रिया पूरी होना अनिवार्य है। सूत्रों के अनुसार,अधिकांश राज्यों में यह प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में इन 3 दिग्गजों के नाम
राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए जिन दिग्गज नेताओं के नाम चर्चा में हैं,उनमें धर्मेंद्र प्रधान-केंद्रीय मंत्री, शिवराज सिंह चौहान- कैबिनेट मंत्री,मनोहर लाल खट्टर-कैबिनेट मंत्री जैसे दिग्गज शामिल हैं। इनमें से कुछ नाम संगठनात्मक अनुभव के आधार पर मजबूत माने जा रहे हैं,तो कुछ नाम राजनीतिक प्रतिनिधित्व और सामाजिक संतुलन को ध्यान में रखकर सामने आए हैं। सूत्रों के अनुसार प्रह्लाद जोशी,बीएल संतोष,सीटी रवि,धर्मेंद्र प्रधान,मनोज सिन्हा और भूपेंद्र यादव के नामों पर भी चर्चा चल रही है। संभव यह भी है कि कर्नाटक के नेता को ही यह जिम्मा मिल जाए ।