नई व्यवस्था लागू- अस्पताल से छुट्टी होने से पहले मिलेगा बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र- जिला अस्पताल तक नहीं पहुंचा आदेश

झाबुआ/इंदौर। संजय जैन-सह संपादक। सरकारी अस्पताल में डिलीवरी के बाद बच्चे के जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। शासन द्वारा नई व्यवस्था लागू करते हुए अस्पताल से छुट्टी होने पर बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बनाकर देने के आदेश जारी किए हैं। परिवार को जल्द बच्चे का नामकरण कर माता, पिता के आधार की प्रति देना होगी।
संशोधन के आवेदन बढ़े
स्कूलों में एडमिशन के लिए जन्म प्रमाण पत्र की मांग अधिक बढ़ रही है। अधिकांश बच्चों के नाम,सरनेम के साथ माता,पिता के नाम पर गलतियां सामने आ रही है। इस कारण पंजीयन शाखा के दो गुना आवेदन बढ़ गए । जन्म प्रमाण पत्र की जरूरत स्कूल प्रवेश, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट सहित मतदाता कार्ड के लिए जरूरी है। स्कूल,कॉलेज के साथ सरकारी नौकरी के लिए भी जन्म प्रमाण पत्र को ही दस्तावेज के रूप में मान्य किया जाता है।
जिला अस्पताल तक नहीं पहुंचा आदेश
20 जून को आर्थिक एवं सांख्यिकी संचालनालय आयुक्त से यह आदेश जारी होने के बाद भी अभी तक जिला अस्पताल की जन्म प्रमाण पत्र शाखा तक नहीं पहुंचा। कर्मचारियों ने कहा कि आदेश के बारे में सुना है,लेकिन विभागस्तर से कोई आदेश एवं निर्देश अभी तक नहीं मिले है। जिला अस्पताल में जन्म होते ही नामकरण होने पर नवजात का रजिस्ट्रेशन कर प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाता है। कही बार जल्दबाजी में नाम देने पर बाद में संशोधन के लिए परिवार के लोग आवेदन लगाते है।
पालकों को इंतजार करने से राहत मिलेगी
आर्थिक एवं सांख्यिकी संचालनालय से यह आदेश जारी हो गए है। दरअसल,देखा यह जाता है कि अस्पताल में बच्चे का जन्म होने के बाद पालक लंबे समय से प्रमाण पत्र के लिए आवेदन नहीं करते है,लेकिन कई बार आवेदन में देरी होने से भटकना पड़ता है। जबकि बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र का महत्व बढऩे के बाद अब अस्पताल से छुट्टी देने से पहले अस्पताल प्रबंधन को प्रमाण पत्र बनाकर देने के आदेश दिए गए है,जहां पर 50 फीसदी से अधिक संस्थागत जन्म होते हैं,ऐसे अस्पतालों में यह आदेश लागू रहेगा। पालकों को जन्म प्रमाण पत्र के लिए ज्यादा इंतजार करने से राहत मिलेगी।
आदेश अभी देखा नहीं
बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बनाकर देते हैं। आदेश के बारे में सुना है,लेकिन विभागस्तर से कोई आदेश एवं निर्देश अभी तक देखा नहीं है।
डॉ.बीएस बघेल -सीएमएचओ -जिला अस्पताल, झाबुआ