सीएमओ पर जल्द ही वाद दायर हो सकता है,अब कलमकारों ने कर ली है तैयारी !

नगरीय प्रशासन सीएमओ को निलंबित कर इनके विरुद्ध कार्यवाही करे

उल्टा चोर कोतवाल को डांटे

झाबुआ/पेटलावद। धर्मेश सोनी/सह संपादक-संजय जैन।  पेटलावद में गत 23 मार्च 2025 को अवैध निर्माणाधीन मल्टी फ्लैक्स सह शॉपिंग कांप्लेक्स की छत गिरने से हादसा हुआ था,जिसमें दो श्रमिकों की मृत्यु और तीन श्रमिक घायल हुए थे।स्थानीय प्रशासन ने नरसिंहदस बैरागी पिता प्रकाशचंद्र बैरागी मकान मालिक और ठेकेदार राजेश सिंघराज पिता मोहनलाल सिंघराज हाल मुकाम पेटलावद के विरुद्ध पेटलावद थाने में गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने हेतु पत्र  भी दिया था। पेटलावद थाने में नरसिंहदास बैरागी पिता प्रकाशचंद्र बैरागी निवासी पेटलावद और ठेकेदार राजेश सिंघराज पिता मोहनलाल सिंघराज हाल मुकाम पेटलावद के विरुद्ध बीएनएस की धारा 105,290,में प्रकरण दर्ज किया गया था।उपरोक्त दोनो ने इस प्रकरण में अपनी अग्रिम जमानत भी करवा ली ।

निर्माण कार्य की विधिवत मंजूरी भी नहीं थी

कलेक्टर झाबुआ ने इस हादसे की जांच हेतु समिति का गठन किया था। जांच रिपोर्ट में सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार सीएमओ की घोर लापरवाही भी सामने आयी थी साथ ही पेटलावाद एसडीएम तनुश्री मीना ने भी उक्त हादसे में उक्त निर्माण को अवैध और बगैर अनुमति निर्माण भी माना था। सच्चाई भी यही है कि नगर परिषद पेटलावद से निर्माण कार्य की विधिवत मंजूरी भी नहीं ली गयी थी।

उल्टा चोर कोतवाल को डांटे

पेटलावद में हुए इस हादसे के अलावा अन्य समस्याओं और अक्षम्य कृत्य आदि के समाचार जिले के पत्रकार समाचार पत्र ओर सोशल मीडिया में सतत प्रकाशित भी कर रहे है।मजेदार बात तो यह है कि नगर परिषद पेटलावद की सीएमओ आशा भंडारी कहे या मेडा क्योंकि शासन के स्थानांतरण आदेश में आशा मेडा लिखा है लेकिन कार्यालय के बाहर तख्ती पर आशा जितेंद्र भंडारी लिखा है,बरहाल जो भी हो,वे अपनी अक्षम्य लापरवाही ओर नाकामी के समाचार देखकर शायद बौखला गई है।  
पेटलावद में अपने ही बनाए व्हाट्सएप ग्रुप जिसमें जिले के पत्रकार सहित अन्य अधिकारी जुड़े है,में एक धमकी भरा संदेश पोस्ट कर दिया कि नगर परिषद व शासन के खिलाफ असत्य,झूठी व भ्रामक खबरें फैलाकर नागरिकों में असंतोष पैदा करने वालो के खिलाफ नगर परिषद करेगी सख्त कार्यवाही। पुलिस में दर्ज करवायेगी एफआईआर।असत्य,भ्रामक व झूठी खबरें फैलाने वालों की अब खैर नहीं,जल्द होगी कार्यवाही-सीएमओ पेटलावद ,जिला झाबुआ उनके इस कृत्य से तो उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत, पूर्ण रूप से चरितार्थ भी कर रही है।

परम कर्तव्य और मौलिक अधिकार की श्रेणी में आता है

मुख्यमंत्री एवं नगरीय प्रशासन विकास एवं आवास विभाग मंत्री भोपाल भी अपने एक मातहद अधिकारी की पत्रकारों को धमकी देने वाली व्हाट्सएप पर डाली गई पोस्ट को देख लेवे, जो प्रेस की आजादी का हनन करती दिखाई दे रही है। यह तो साफ तौर से प्रेस पर एक तरह से हमला ही है,ऐसा हमारा मानना है। पत्रकारों का  संविधान के तहत यह मौलिक अधिकार भी है कि वह जनता की समस्याओं से समाचार के माध्यम से सरकार ओर प्रशासन को अवगत कराये। उल्लखनीय है कि यदि कोई भी अधिकारी अपने कर्तव्य और सौंपे गए दायित्व का उपयोग पब्लिक ओर शासन हित में नहीं करता है साथ ही कोई ऐसा अक्षम्य कृत्य करता है,जिससे सरकार ओर जिला प्रशासन के साथ ही जिस संस्था में वह पदस्थ हो उनकी भी बदनामी हो रही है, तो ऐसे में पत्रकार खबरो का प्रकाशन कर प्रशासन का ध्यान इस और आकर्षित करता है तो वह उसका परम कर्तव्य और मौलिक अधिकार की श्रेणी में आता है।

प्रेस पर हमला करने के अक्षम्य कृत्य पर वाद शीघ्र दायर अवश्य कराएंगे

नगर परिषद पेटलावद की सीएमओ आशा भंडारी/मेडा को उनकी नाकामी या लापरवाही को पत्रकरो द्वारा उजागर करना शायद पसंद नही आया और आनन फानन में बिना सोचे समझे अपने ही व्हाट्सएप ग्रुप में धमकी भरा मेसेज पोस्ट कर पत्रकारों को धमकाने के साथ ही प्रकाशित हो रहे समाचारों को रोकने हेतु विघ्न डालने का कार्य ही नहीं किया बल्कि शासकीय अधिकारी होकर कर्मचारी भर्ती तथा सेवा शर्ते नियमों का उल्लंघन करते हुए अनुशासनहीनता का एक अक्षम्य कृत्य किया है,ऐसा जिले के  पत्रकार साथियों का मानना है। सभी पत्रकार साथियों की प्रशासन से यह अपील है कि पत्रकारों को खुलेआम धमकी देने वाली पोस्ट पर नगर परिषद पेटलावद सीएमओ को तत्काल प्रभाव से निलंबित करे साथ धमकी देने के लिए जिला प्रशासन तुरंत एफआईआर भी दर्ज करने का आदेश भी जारी करे,अन्यथा हम सब एक साथ लामबंद होकर इनके विरुद्ध जिला न्यायालय में यदि यहाँ भी सुनवाई नहीं होती है तो हम उच्च न्यायालय इंदौर में पेटलावद हादसे में इनकी अक्षम्य लापरवाही को संज्ञान में लाते हुए व्हाट्सएप ग्रुप में उनके द्वारा दी गयी खुलेआम धमकी देने के विरुद्ध शीघ्र ही वाद दायर अवश्य कराएंगे।