अब कब मातृ शक्ति कलेक्टर और स्वास्थ्य विभाग झोलाछाप डॉक्टरों का चलाएंगे चेकिंगअभियान ? अक्सर हादसे के बाद ही क्यो जागती सरकार? क्या सिर्फ दिखावे हेतु तो नही?

आदिवासी बाहुल्य जिलों में झोलाछाप डॉक्टरों की बेहद भरमार क्या डॉ.मोहन यादव के आदेश पर अमल होगा या हवा हवाई मुंगेरीलाल के हसीन सपने?
झाबुआ में चल रहीं 1000 से अधिक झोला छाप डॉक्टरों की दुकानें,जबकि है बगैर डिग्री इलाज पर, तीन साल की जेल का प्रावधान
झाबुआ/इंदौर। संजय जैन,सह-संपादक। मध्य प्रदेश के दमोह में मिशन अस्पताल में फर्जी डॉक्टर के ऑपरेशन से 7 मरीजों की मौत से पूरे प्रदेश झंझोड़ कर रख दिया है। वही प्रदेश के मुखिया डॉ.मोहन यादव ने इस घटना को संज्ञान में लिया है और कहा किसी को भी हम नही बख्शेंगे,उन पर तुरंत कड़ी कार्यवाही की जाएगी। अब प्रदेश सरकार पूर्ण रूप से एक्शन मोड पर आ गयी है। पूरे प्रदेश में फर्जी क्लिनिक ओर डॉक्टरों को ढूंढने का अभियान हर बार की तरह,कोई बड़ी घटना घटने के बाद ही अब सरकार द्वारा चलाया जाएगा,ऐसा हमारा मानना है।
अक्सर हादसे के बाद ही क्यो जागती सरकार? क्या सिर्फ दिखावे हेतु तो नही?
दमोह घटना के बाद डॉ.मोहन यादव सरकार ने प्रदेश में फर्जी डॉक्टरों को ढूंढने का अभियान चला रही है। झोलाछाप डॉक्टरों के सिंडिकेट के मुखियाओं को जिलेवार एक साथ चिन्हित कर इस अभियान को ईमानदारी से सतत चलाए तो ऐसे फर्जी डॉक्टर से गरीब भोली भाली जनता अपने को मुक्त करवा पाएगी,ऐसा हमारा मानना है ।अक्सर हादसे के बाद ही क्यो जागती सरकार...? क्या सिर्फ दिखावे हेतु तो नही....? हम पत्रकार तो केवल प्रशासन के आईने होते है हमारा कार्य तो सतत लिखना है और लिखते भी रहेंगे। समाचार और सच्चाई से प्रशासन को अवगत कराना कलमकार का परम कर्तव्य है। वही कार्यवाही करना या ना करना यह तो पूर्ण रूप जिला प्रशासन के विवेक पर निर्भर रहता है।
प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह चरमा चुकी है
इधर मामले को लेकर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रवि सक्सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि फर्जी डॉक्टर ने 13 ऑपरेशन किए जिसमें से 7 लोगों की मौत हो गई। हमारी मांग छवि कि झोला छाप डॉक्टर के खिलाफ हत्या का केस दर्ज हो साथ ही पीड़ितों को एक-एक करोड़ का मुआवजा भी दिया जाए। उनका आरोप है कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह चरमा गई हैं। स्वास्थ्य महकमा कुंभकरण नींद में बेख़ौफ सो रहा है। प्रदेश में अमानक दवा भी धड़ल्ले से बेख़ौफ बिक रहीं है। सतत जत्थेबंद झोलाछाप डॉक्टर बेख़ौफ फर्जी क्लीनिक और अस्पताल तक चला रहे हैं। वही आयुष्मान कार्ड में तो निजी अस्पताल जमकर फर्जीवाड़ा भी कर रहे है।
कोई एक्शन प्लान नजर नहीं आता
लोगों का कहना था मुख्यमंत्री के इस निर्देश से हम काफी खुश हो गए थे। मुख्यमंत्री ने निर्देश तो दिए,लेकिन इस पर अमल किसी ने भी नही किया। हम लोगो को तो यह तक सुनने में आ रहा है कि सिर्फ झोला छाप डाक्टर्स की प्रभावी सिंडिकेट से मिल रही नियमित मिठाई का वजन बढ़ाने के उद्देश्य के लिए ही निर्देश शायद दिए गए थे। बताया जा रहा है कि अब प्रदेश में सक्रिय ऐसे सभी प्रभावी डॉक्टरों ने मोहन के मन को शायद मोह भी लिया है। हम लोगों को जमीन पर निर्देश के बाद कोई एक्शन प्लान कहीं भी नजर ही नहीं आता है। हमने ना तो अधिकारी और ना ही जिले की मुखिया की ओर से,इन फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई ही देखी है। ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करने को कहा गया था। इस अभियान से झोलाछाप डॉक्टरों की शामत आ सकती थी,लेकिन निर्देश मुंगेरीलाल के हसीन सपने ही बन कर रह गया है।
यह जारी किया हुआ था आदेश
आयुक्त चिकित्सा शिक्षा संचालनालय लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मध्यप्रदेश शासन भोपाल की ओर से विनियमन-2024/248 भोपाल दिनांक 15/07/2024 को जारी किया था। ऐसे झोलाछाप डॉक्टर पर सख्त कार्यवाही करने के लिए पूर्व में ही डॉ.मोहन यादव सरकार ने सभी 55 जिलों के कलेक्टरों और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को आदेश दिया था कि वह अपने अपने क्षेत्र के झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ सख्त अभियान शुरू करें। ऐसे सभी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए,जिनके पास कोई डिग्री डिप्लोमा नहीं है जो फिर भी वह स्वयं को डॉक्टर बताते फिर रहे हैं। लेकिन हर बार की तरह झाबुआ,अलीराजपुर एवं धार आदिवासी बाहुल्य जिलों में यह आदेश हवा में झूलता दिखाई दे रहा है। निजी चिकित्सकीय स्थापनाओं के पंजीयन एवं अनुज्ञापन कर्ता अधिकारी जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी हैं। अत: गैर मान्यता प्राप्त संस्थाओं, अपात्र व्यक्तियों द्वारा संचालित चिकित्सकीय स्थापनाओं का संचालन पाए जाने पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा उचित विधिक कार्यवाही हेतु संबंधित जिला अभियोजन अधिकारी को प्रकरण के समस्त तथ्य तत्काल उपलब्ध कराई जाए ताकि उचित वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित हो सके।
ऐसा नहीं है कि यह उपरोक्त आदेश पहली बार जारी हुआ है,वरन प्रदेश सरकार नियमित रूप से समय-समय पर झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्यवाही हेतु आदेश निर्देश सतत जारी करती भी आ रही है। लेकिन इन आदेश का कितने जिलों में कितने जिम्मेदार अधिकारी और जिला कप्तान तवोज्जो दे रहे है,यह तो जग जाहिर है। गौरतलब है कि बताया जाता है कि इन झोलाछाप डॉक्टरों बहुत बड़ी सिंडिकेट जिलेवार बनी हुई है,इसका मुखिया सभी अधिकारियों को सेट करके यह गौरख धंधा बेख़ौफ सतत चला पा रहा है। प्रशासन को चाहिए की मात्र इस सिंडिकेट के मुखिया को यदि सख्ती से धर दबोच ले तो,सारे झोलाछाप डॉक्टर के नकाब अपने आप उतर जाएंगे। प्रदेश के कई जिलो के शहरी और खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे अनगिनत अनेक झोलाछाप इलाज करने वाले अपना क्लिनिक संचालित कर रहे है,वे सब आज बिना डिग्री लिए करोड़ो में खेल भी रहे है। झोलाछाप डॉक्टर इलाज करने वालो को मानव की जान से ज्यादा लक्ष्मी की अधिक आवश्यकता रहती है। यदि प्रशासन दृढ़ इक्षाशक्ति और ईमानदारी से उपरोक्त आदेश का पालन करे तो इन कुकरमुत्तोओ की तरह फैले इन झोलाछाप डॉक्टरों का साम्राज्य पल भर में ढह जाएगा,ऐसा हमारा मानना है। आपको ज्ञात हो कि इनको रोकने वाला कोई नहीं है और कोई रोकने की कोशिश करता भी है तो कतिपय नेताओं और रसुखदार का सहारा लेकर वे रोब झाड़ते दिखाई देते है।
मेडिकल स्टोर और झोलाछाप डॉक्टर गर्भपात-डीएनसी किट से खेल रहे लाखों में
सूत्रों की माने तो ग्रामीण क्षेत्रों में कई जिले में फर्जी झोलाछाप उपचार में अधिकतर इंजेक्शन व टेबलेट के रूप में स्टोराइड युक्त दवाओं का उपयोग करते है.जिससे मरीजों को जल्द ही फायदा पहुंचता है,लेकिन मरीज ओर उसके परिजन इस दवाई के दुष्परिणाम से अनभिज्ञ रहते है। यह दवाई किडनी और लिवर को आगे चलकर बुरी तरह से प्रभावित करती हैए,साथ ही हार्ट अटैक की संभावनाएं बढ़ जाती है ऐसा जानकार बताते है। कई ग्रामीण क्षेत्रों में इन फर्जी झोलाछाप के क्लीनिकों और मेडिकल स्टोर्स पर गर्भपात- डीएनसी किट भी भरपूर मात्रा में उपलब्ध रहती है,जिनसे यह फर्जी झोलाछाप और मेडिकल स्टोर वाले मोटी रकम वसूलते है। हम इस बात की पुष्टि तो नहीं करते है लेकिन यह जानकारी सूत्रों से मिली के आधार पर हम प्रकाशित कर रहे है।
हेल्थ डिपार्टमेंट कड़ी कार्रवाई करें
मैंने निर्देश दिए हैं कि ऐसे और भी कहीं मामले हों तो हेल्थ डिपार्टमेंट कड़ी कार्रवाई करें। इस मामले में कार्रवाई की ही जा रही है। इस तरह की छिपी हुई बातें सामने आती हैं तो सरकार कार्रवाई करती है। किसी को भी हम नही बख्शेंगे,उन पर तुरंत कड़ी कार्यवाही की जाएगी। इसी कारण हमारी सरकार की साख बनी है।
डॉ.मोहन यादव- मुख्यमंत्री
फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ जल्द ही सख्त कार्रवाई करेंगे
अपंजीकृत चिकित्सा संस्थानों एवं अपात्र व्यक्तियों झोलाछाप चिकित्सकों द्वारा इलाज किया जा रहा है,तो ऐसे लोगों पर जल्द ही तत्काल कार्रवाई कर प्रतिबंध लगाएंगे और जिला अभियोजन अधिकारी को विधि कार्रवाई के लिए प्रकरण उपलब्ध कराएंगे।
डॉ.बघेल-सीएमएचओ,झाबुआ