जीपीएस थेटेपी शिविर का हुआ शुभारम्भ, दक्षिण कोरिया के वैज्ञानिक डा. किम प्रदान कर रहे अपनी सेवाएं

झाबुआ।संजय जैन-ब्यूरो। झाबुआ नगर में पहली बार जीपीएस क्वातम थेरेपी एवं पायो रेजीमेंट थेरेपी शिविर का शुभारंभ गोरनाथ पीठ के महामंडलेश्वर योगी लोकेशनाथ की पावन उपस्थिति में विघ्नहरा चेरेटीबल ट्रस्ट के अध्यक्ष डा. यशवंत भंडारी एवं समाज सेवी रमण नायक के द्वारा किया गया।।
शहर में प्रथम बार
शहर में प्रथम बार इस पद्धति द्वारा आयोजित शिविर के संबंध में जानकारी देते हुए संचालक अंग गुजराती ने बताया कि प्राकृतिक चिकित्साकी चिकित्सा पद्धति में यह पद्धति सबसे अधिक प्रचलित है। इस पद्धति क से चिकित्सा थेरेपी लेने पर शरीर में जहां कहीं भी रोग है, धीरे-धीरे दूर होता जाता है, साथी रक्त संचार बहुत ही व्यवस्थित हो जाता है।
45 पेटेंट हुए है रजिस्टर
डॉ. किम के संबंध में जानकारी देते हुए शिव प्रमुख वात्सल्य गुजराती ने बताया कि झाबुआ में पहली बार पधारे इस थेरेपी के विश्व विख्यात 75 वर्षीय डा. ढंग. सांग, किम. विश्व के अधिकांश देशों में इस पद्धति से निरंतर उपचार कर रहे है। कल 45 पेटेंट रजिस्टर्ड हो चुके है। रिसर्च से स्वास्थ के साथ कृषि, के क्षेत्र में भी भारतीय किसानो को भारी लाभ हो रहा है तथा उनकी भूमि की उर्वरा शक्ति में बिना खर्च के जैविक खेती के माध्यम से बढ़ेगी।।
100 से अधिक रोगियों ने लिया लाभ
100 से अधिक रोगियों ने कल लाभ लिया। करीब 100 से अधिक रोगियों ने अपने रोग की जांच कर कर डॉक्टर किम द्वारा दी गई थेरेपी से लाभ प्राप्त किया।