मुख्यमंत्री खुली जीप में सवार होकर वर वधूओं को आर्शिवाद देने उनके बीच में पहूंचे, झाबुआ में आने वाले दिनों में मेडीकल कालेज का शुभारंभ : मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री खुली जीप में सवार होकर वर वधूओं को आर्शिवाद देने उनके बीच में पहूंचे, झाबुआ में आने वाले दिनों में मेडीकल कालेज का शुभारंभ : मुख्यमंत्री
चांदी के गहनों पर भी होल मार्क होना चाहिये : विजय शाह
झाबुआ।संजय जैन-स्टेट हेड। मध्य प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य झाबुआ और आलिराजपुर जिलों में कल मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। झाबुआ में 1900 से अधिक जोडों का सामूहिक विवाह संपन्न कराया गया, जबकि आलिराजपुर में 1300 से अधिक जोडों का सामूहिक विवाह संपन्न हुआ। दोनों जिलों में नव वर-वधू को आर्शिवाद देने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पहूंचे। झाबुआ में सामूहिक विवाह का आयोजन गोपाल पुरा हवाई पट्टी पर किया गया। वहीं आलिराजपुर में सामूहिक विवाह का आयोजन मालवाई ग्राम में किया गया।
मुख्यमंत्री खुली जीप में सवार होकर वर वधूओं को आर्शिवाद देने उनके बीच में पहूंचे
झाबुआ पहूंचने पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव व जिले के प्रभारी मंत्री कुंवर विजय शाह का प्रदेश की महिला बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया सहित जिले के जनप्रतिनिधियों एवं कलेक्टर ने पारम्परिक रूप से स्वागत किया। मुख्यमंत्री खुली जीप में सवार होकर वर वधूओं को आर्शिवाद देने उनके बीच में पहूंचे। मुख्यमंत्री ने सभी वर-वधुओं के उपर पुष्प वर्षा की, इस अवसर पर आदिम जाती कल्याण मंत्री नागरसिंह चौहान भी उपस्थित रहे।
दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया मुख्यमंत्री ने
मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया तथा कन्यापूजन भी किया। कार्यक्रम के प्रांरभ में सुश्री निर्मला भूरिया मंत्री महिला बाल विकास, मंत्री कुंवर विजयशाह, मंत्री नागरसिंह चौहान, सांसद अनिता चौहान, भाजपा जिलाध्यक्ष भानु भूरिया और पूर्व जिलाध्यक्ष दौलत भावसार आदि ने स्वागत किया साथ ही तीर कमान के साथ ही आदिवासी स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया।
चांदी के गहनों पर भी होल मार्क होना चाहिये
भाजपा जिलाध्यक्ष भानु भूरिया ने स्वागत उदबोधन दिया। कार्यक्रम को सुश्री निर्मला भूरिया ने संबोधित करते हुए उक्त आयोजन को ऐतिहासिक बताया। प्रभारी मंत्री कुंवर विजय शाह ने भी सभा को संबोधित किया। प्रदेश में सबसे ज्यादा 1962 विवाह आज संम्पन्न हो रहे है। कुंवर विजय शाह ने इस अवसर पर मांग की सोने के गहनों पर जिस प्रकार से होलमार्क होता है उसी तरह से चांदी के गहनों पर भी होल मार्क होना चाहिय,ताकि गरीब आदिवासी नकली चांदी से ठगे नहीं जा सके। इसके लिये केंद्र सरकार से वे मांग कर इसे लागू करवाने की कृपा करें। मुख्यमंत्री ने वर-वधू को उपहार में देने के लिये दिवाल घड़ी के प्रतिक चिन्ह का लोकापर्ण भी किया।
प्रदेश का सबसे बड़ा विवाह आयोजन बेहद अदभुत और अकल्पनीय
विवाह समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा की इतनी बडी संख्या में प्रदेश का विवाह आयोजन अदभुत है। मैं नव वधुओं के भाई के रूप में आया हूं और जितने दूल्हे वे सभी मेरे जमाई सा. है। ऐसा लग रहा है कि शादियों का समुद्र छाया हुआ है। आदिवासीयों में उत्साह एवं उमंग है। मुख्यमंत्री ने कहा की सोलह श्रृगारों में विवाह भी एक संस्कार है। ये दो परिवारों का मिलन है। सात फेरों को लेकर सात जन्मों तक का साथ रहे , ऐसी कामना करता हूं। इस आयोजन के लिये मध्य प्रदेश सरकार की और से 11 करोड रूपये का व्यय किया जा रहा है। नव वर वधू को 49 हजार रूपये दिये जा रहे है। देश व प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चारों तरफ चहूं मुखी विकास के कार्य किये जा रहे है। प्रदेश की सरकार गरीब, किसान, युवा सभी की जिंदगी बदलने के लिये काम कर रही है। लाडली बहनों को हम हर महीने राशि दे रहे है। मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर तंज कसा की विपक्ष की जिन राज्यों में सरकारें है,वहां पर उनके कर्मचारीयों को वेतन तक नहीं मिल रहा है। जबकि प्रदेश में लाडली बहनों को हर महीने राशि दी जा रही है किसानों को सम्मान निधि दी जा रही है।
झाबुआ में आने वाले दिनों में मेडीकल कालेज का शुभारंभ
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के माध्यम से किया जा रहा है और उसका उद्घाटन भी जल्दी ही किया जायेगा। रानापुर विकास खंड के लिये विभिन्न तालाबों के निर्माण की मांग पूरी की जायेगी और तालाबों का निर्माण किया जावेगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रतिक तौर पर नव वर वधू को 49 हजार रूपये की राशि का चेक भी प्रदान किया। मुख्यमंत्री झाबुआ से आलिराजपुर के मालवाई हेतु रवाना हो गये जहां पर 1300 से अधिक सामूहिक विवाह का आयोजन संम्पन्न हुआ।