बेलगाम किन्नरों पर क्या होगी कार्यवाही? किन्नरों की अवैध वसूली पर बनेगा कोई कानून या इंसानियत होती रहेगी जलील?

किन्नरों ने ट्रेन में मां के लाल को पीट-पीटकर मार डाला-अब आदर्श विश्वकर्मा को न्याय कैसे मिलेगा? बहुत ही सोचने वाली बात है?
झाबुआ/इंदौर। संजय जैन-स्टेट हेड। किन्नरों को सभी समाज में आदर सम्मान का दर्जा दिया जाता है और हर खुशी के मौके पर बच्चे का जन्म हो या विवाह कार्यक्रम मकान का चाहे हो मुहूर्त नेक देकर नवाजा जाता है फिर जैसे ही कोई त्यौहार नजदीक हो दीपावली, राखी,होली या हो ईद या कोई भी त्यौहार श्रद्धा अनुसार नेक दी जाती है। यह कोई आज की नहीं रियासत के समय से चली आ रही परंपरा है जो आज भी बदस्तूर कायम है चलती ट्रेनों में किन्नरों का आतंक तो सामान्य बात है। किन्नरों के आतंक से ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों के अलावा रोजाना अप-डाउन करने वाले नौकरीपेशा लोग भी परेशान और त्रस्त रहते हैं। ताजा मामला मध्य प्रदेश के विदिशा जिले का है,जहां चलती ट्रेन-गोंडवाना एक्सप्रेस में युवक की पीट पीट कर सिर्फ इसलिए हत्या कर दी क्योंकि उसने किन्नरों को पैसा नहीं दिया था। किन्नरों द्वारा हत्या का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
किन्नर समाज आज बदनाम हो चला
कतिपय किन्नरों की हरकतों के चलते पूरा किन्नर समाज आज बदनाम हो चला है। कभी नकली किन्नर तो कभी असली किन्नर की ओछी मानसिकता और हरकते आए दिन देखने और सुनने को मिलती ही रहती है।मामला 15 मार्च को गोंडवाना एक्सप्रेस का है। गंजबासौदा के रहने वाला आदर्श विश्वकर्मा नौकरी करने रोज भोपाल जाता था। आदर्श विश्वकर्मा रात में गोंडवाना एक्सप्रेस से गंज बासौदा लौट रहा था तभी रास्ते में सांची के आसपास किन्नरों ने उससे पैसे मांगे। पैसे नहीं देने पर विवाद इतना अधिक बढ़ा कि किन्नरों ने पीट-पीट कर उसे मौत के घाट उतार दिया। इस दौरान ट्रेन के अन्य पैसेजर मूकदर्शक बने रहे।
अब आदर्श विश्वकर्मा को न्याय कैसे मिलेगा बहुत ही सोचने वाली बात है?
प्रदेश सरकार को किन्नर समाज के द्वारा पुत्र प्राप्ति,मकान,दुकान के मुहूर्त या तीज त्यौहार पर नेक देने के लिए एक निश्चित रकम निर्धारित कर उसका पालन करने ओर कराने पर कड़ा कानून बनाना चाहिए। अक्सर हम सुनते ओर देखते है कि कतिपय किन्नर समाज के लोगो के द्वारा आम लोगों के साथ नेक की वसूली गुड़ाई तरीके से ओर दादागिरी पूर्वक की जाती ओर साथ ही मांग अनुसार नेक की रकम नहीं देने पर हाथापाई तक की नौबत आ जाती ओर नंगी-नगी भद्दी गालीया भी दी जाती ओर इंसानियत की सारी हदे पार कर इज्जत तार-तार करने से भी कुछ किन्नर समाज के लोग नहीं चूकते है। नेक की वसूली भी इतनी अधिक मांग करते जो एक गरीब की देने की हैसियत नहीं होती और ऐसे में उसको जलील होना पड़ता है। क्या डॉ. मोहन यादव-मुख्यमंत्री एक मां को निर्दोष आदर्श की हत्या में न्याय प्रदान करेंगे? साथ ही ओर कोई घटना हो उसके पहले किन्नर समाज की ज्यादती का कोई ओर शिकार न बने इस हेतु क्या कड़ा कानून बनाएंगे? और प्रदेश की करोड़ों जनता को क्या राहत प्रदान करेंगे?
कड़ी कार्रवाई करने की मांग
आदर्श रिश्तेदार था,जो प्रतिदिन गंजबासौदा से भोपाल अप-डाउन करता था। रास्ते में किन्नरों ने बुरी तरह मार मार कर उसकी हत्या कर दी। विश्वकर्मा समाज ने हत्या पर आक्रोश जताते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और ट्रेन में किन्नरों के बख्शीश मांगने पर रोक लगाने की मांग की है।
प्रेम नारायण विश्वकर्मा-कल्याण बोर्ड प्रदेश-सदस्य
कुछ नहीं कह सकते हैं
इस संबंध में हम कुछ नहीं कह सकते हैं,लेकिन गंजबासौदा में रेलवे ट्रैक पर एक शव जरूर मिला था।
योगेन्द्र सिंह परमार- थाना गंजबासौदा