प्रोफेसर्स को बंधक बनाने की घटना से सबक लेकर मर्दानी प्रिंसिपल ने लिये सख्त निर्णय...
झाबुआ/इंदौर। संजय जैन-स्टेट हेड। होलकर साइंस कॉलेज इंदौर में लगभग एक सप्ताह पहले एबीवीपी छात्र नेताओं द्वारा प्रिंसिपल समेत 150 से ज्यादा प्रोफेसर्स को 30 मिनट तक बंधक बनाए रखने की घटना से सबक लेते हुए प्रिंसिपल ने सख्त नियम लागू करने का फैसला किया है।134 साल पुराने इस कॉलेज में अगले शिक्षा सत्र से ड्रेस कोड लागू किया जाएगा। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ.अनामिका जैन ने लागू किए जाने वाले निर्णयों को लेकर आयुक्त उच्चशिक्षा निशांत वरवड़े को भी सूचित कर दिया है।
अगले शिक्षण सत्र से लागू होगा ड्रेस कोड....
कालेज की प्राचार्या डॉ.अनामिका जैन ने हमारी टीम से चर्चा के दौरान बताया कि कॉलेज में हुई उक्त घटना की जांच के दौरान यह तथ्य भी सामने आए थे कि हंगामे के दौरान छात्रों के साथ बाहरी युवक भी थे। किसी भी शिक्षण संस्थान में बाहरी युवकों की आवाजाही का मतलब है शैक्षणिक अनुशासन की अनदेखी। ऐसी किसी घटना की पुनरावृत्ति न हो इसलिये जुलाई से कॉलेज में स्टूडेंट के लिये ड्रेस कोड अनिवार्य किया जा रहा है।कॉलेज छात्रों के लिये आई कार्ड तो पहले से ही अनिवार्य है, जुलाई से ड्रेस कोड अनिवार्य किए जाने के बाद कोई भी ऐसे छात्र कॉलेज कैंपस में प्रवेश नहीं कर सकेंगे जो कॉलेज की ड्रेस में नहीं होंगे।
सुरक्षा व्यवस्था निजी एजेंसी के हाथों में...
स्टॉफ कौंसिल की बैठक में यह भी सहमति बनी है कि सुरक्षा के लिए निजी एजेंसी की सेवा ली जाए। हंगामे के दौरान यह भी पाया गया कि विवाद पर उतारु छात्रों ने उन कर्मचारियों को भी धमकाया था,जो छात्रों को अंदर जाने से रोकने की कोशिश कर रहे थे। कॉलेज की सुरक्षा व्यवस्था निजी सुरक्षा एजेंसी को सौंपने का निर्णय इसलिये भी जरूरी है कि छात्रों की आड़ में बाहरी तत्व प्रवेश कर कॉलेज का शैक्षणिक अनुशासन बिगाड़ नही सकें। कॉलेज के विभिन्न कक्षों के साथ ही परिसर में कैमरे लगाने के साथ ही सेंट्रल अनाउंसमेंट सिस्टम भी लागू कर रहे हैं, ताकि रुटीन वर्किंग संबंधी जानकारी के साथ ही किसी भी अनहोनी घटना होने पर सभी को एक साथ अलर्ट किया जा सके।
प्रोफेसर्स को बंधक बनाया, प्रिंसिपल को धमकी दी ‘एबीवीपी लाता है,तो मिटा भी देता है’....
प्रिंसिपल द्वारा रैन डॉंस पार्टी की अनुमति नहीं देने और शर्मा एकेडमी के पोस्टर हटवाने से नाराज छात्रों ने 24 फरवरी को हंगामे, बिजली बंद करने, कर्मचारियों को धमकाने के साथ ही प्रिंसिपल सहित 150 प्रोफेसर्स को बंधक बनाया था। एबीवीपी के छात्र नेताओं ने प्रिंसिपल ड.अनामिका के कक्ष के बाहर अपशब्दों के साथ यह चेतावनी भी दी कि-एबीवीपी प्रिंसिपल बना कर लाता है तो मिटा भी देता है।प्रिंसिपल ने तत्काल इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह को शिकायत की, कलेक्टर के निर्देश पर भंवरकुआ थाना से पुलिस बल पहुंचा। कलेक्टर के निर्देश पर एडीएम राजेंद्र रघुवंशी ने मामले की जांच में प्रथम दृष्टया तीन छात्रों और एक छात्रा को दोषी पाया था। बाकी की पहचान वीडियो रिकार्डिंग से चेहरे पहचान कर की जा रही है। कॉलेज की अनुशासन समिति ने आलेख द्विवेदी, सचिन राजपूत (इन दोनों पर एबीवीपी ने भी कार्रवाई की है) पियुष, और सना दीक्षित को निष्कासित करने के साथ ही इनका कॉलेज परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है।
पद पर आसीन होते ही फिजिकल एकेडमी को लाइन पर ला दिया...
जब उन्होंने 9 नवंबर ‘24 प्राचार्य पद सम्हाला तब कॉलेज के ही क्रिक्रेट ग्राउंड पर इंदौर फिजिकल एकेडमी ने कब्जा कर रखा था। एनसीसी अधिकारी रहीं मेजर-प्राचार्य अनामिका के निर्देश पर प्राध्यापक- प्रशासनिक अधिकारी डॉ.नागेश डगावकर ने कब्जा हटाने के निर्देश दिए तो उसका कहना था क्रिकेट ग्राउंड कॉलेज परिसर में नहीं आता है। डगावकर ने जब उसे कब्जा दिनांक से अब तक तीन लाख रु प्रति माह की वसूली की चेतावनी दी तब कहीं उसने वहाँ से अपना सामान समेटा। कॉलेज के विभिन्न भवनों-कमरों के रंगरोगन, वायर फिटिंग के लिये टेंडर निकाले तो कोई काम करने को तैयार नहीं था। ठेकेदार को स्पष्ट कहा कि किसी को एक पैसा नहीं देना है परिणाम स्वरूप अब काम शुरु हुआ है। होल्कर कॉलेज अब मुक्त हुआ पोलिटिक्स और अवैध कब्जे से..होल्कर साइंस कॉलेज के अधिकांश स्टूडेंट की नजर में चार महीने पहले कार्यभार सम्हालने वाली डॉ.अनामिका जैन ‘मर्दानी प्रिंसिपल’ के रूप में पहचान बना चुकी हैं।इसकी वजह यह कि प्राचार्य की कुर्सी कितनी पॉवरफुल होती है, उन्होंने यह इतनी कम अवधि में दिखा दिया है। उनसे पहले भी 41 प्रिंसिपल रहे हैं लेकिन पिछले दशक में कुछ ने प्रेशर में काम किया तो कुछ प्रेशर पोलिटिक्स का शिकार होकर कुछ नहीं कर पाए ।
सर्जरी की छूट दी है उच्च शिक्षा आयुक्त ने....
कॉलेज में होली फेस्टिवल की अनुमति के लिए आक्रामक दबाव बनाने वाले एबीवीपी के छात्रों और अन्य दबाव के सामने नहीं झुकने वाली डॉ.अनामिका द्वारा की गई कार्रवाई की इंदौर के शिक्षा जगत और सामाजिक संगठनों ने सराहना की है।भोपाल में हुई मासिक समीक्षा बैठक में इंदौर संभाग के 65 कॉलेजों के प्राचार्य, 7 जिलों के अतिरिक्त संचालक, स्पोर्ट्स ऑफिसर आदि शामिल थे।इस बैठक में शामिल प्राचार्यों ने बताया कि आयुक्त उच्च शिक्षा निशांत वरवड़े ने होल्कर कॉलेज प्रिंसिपल की दबंगता और पूरे मामले को सही तरीके से हेंडल करने, जिला प्रशासन के त्वरित एक्शन की सराहना की। इस तरह के घाव फिर ना पनपे, इसलिये मेजर सर्जरी करना जरूरी है।होल्कर कॉलेज की साख को बेहतर बनाने के हर प्रयास में शासन साथ है।