झाबुआ। जिला ब्यूरो-संजय जैन। बंधु बेलड़ी के नाम से विख्यात एवं अयोध्या पूरम तीर्थ के संस्थापक आचार्य श्री जिन हेमचंद्र सागर सूरीजी मसा आदि ठाणा-14 का सोमवार को दोपहर 3.30 बजे झाबुआ से विहार किया और शाम करीब 5.30 बजे देवझिरी में आगमन हुआ था। यहां आचार्यश्री आदि ठाणा ने श्री आदिनाथ माणिभद्र जैन मंदिर एवं श्री संकट मोचन महादेव मंदिर तीर्थ स्थल के दर्शन लाभ लिए। इसी बीच देवझिरी के ग्राम पंचायत भवन में ग्रामीणजनों से धर्म एवं ज्ञान पर चर्चा की।।      

यह थे उपस्थित

जानकारी देते हुए श्री जैन श्वेतांबर श्री संघ के युवा रिंकू रूनवाल ने बताया कि आचार्यश्री आदि ठाणा के साथ विहार में श्री संघ के कार्यवाहक अध्यक्ष निर्मल मेहता, मनोहर मुथा, मनोज जैन, रचित कटारिया, रिंकू रूनवाल, श्री संघवी, तेजप्रकाश कोठारी आदि शामिल थे।

संकट मोचन महादेव मंदिर में दर्शन के साथ मां नर्मदाजी के दर्शन किए          

आचार्यश्री ने देवझिरी पहुंचकर श्री संकट मोचन महादेव मंदिर में दर्शन के साथ मां नर्मदाजी के दर्शन किए। यहां मंदिर की सेवाधारी माता रूपादासजी से धर्म चर्चा की। बाद श्री आदिनाथ माणिभद्र जैन मंदिर में श्री आदिनाथ भगवान के दर्शन के साथ गुरूवंदन एवं देववंदन किया। भगवान की आरती कर प्रतिक्रमण किया गया।

ग्रामीणजनों से धर्म-ज्ञान पर चर्चा की

देवझिरी के ग्राम पंचायत भवन में आचार्यश्री एवं मुनिराजगणों द्वारा आसपास के ग्रामीण अंचलों के महिला-पुरूष एवं युवाओं को श्री नमस्कार महामंत्र का जाप करवाया। बच्चों द्वारा आचार्य एवं मुनिराजगणों के चरण स्पर्श करने पर आर्शीवाद प्रदान कर चॉकलेट प्रदान की। यहां आचार्य श्री हेमचंद सागर सूरीजी मसा एवं मुनिराजगणों ने ग्रामीणजनों को धर्म से जुड़ने एवं भगवान की नित्य पूजन-पाठ करना क्यो आवश्यक है तथा परिवार में संस्कार की जरूरत क्यो पड़ती है, इस पर आर्शीवचन प्रदान किए। जिसको ग्रामीणजनों ने ग्रहण कर उस पर अमल करने हेतु सहमति व्यक्त की। आचार्यश्री आदि ठाणा ने रात्रि विश्राम देवझिरी में करने के पश्चात् यहां से माछलिया होते हुए श्री भोपावर तीर्थ के लिए प्रस्थान किया।